Friday, 27 June 2014

क्या है मीमांसा ?




कई दिनों से यह लिखने की तमन्ना थी लेकिन ना वक़्त मिला ना मौका. लेकिन हालाथ ऐसे हो चुके हैं कि आज यह बयां करना ज़रूरी है की ऐसा कौन सा सपना है जो पल रहा है मेरे और मेरे साथियों की आँखों में. आखिर वो कैसे विचार हैं जिन्होंने रात और दिन दोनों को ही  संघर्ष करना सिखा दिया है? उस विचारों के प्रवाह का नाम है मीमांसा!


मीमांसा. एक आवाज़ है उस आज़ाद छात्र की जो अपने विचारों की आग से समाज को रौशन करने में  यकीन रखता है. यह एक प्रयास है अपनी सोच को खुला आसमान देने की. मीमांसा एक उद्घोष है कि अब हम लिखेंगे, कि अब हम बोलेंगे हर उन मुद्दों पर जिनको हमसे छुपाया जा रहा है. यूँ तो आप इसे कागज़ का एक टुकड़ा कह सकते हैं लेकिन इसमें बसने वाले प्रचंड विचार समाज की प्रतिवादी सोच के टुकड़े करने में सक्षम हैं.  


वो दिन था सोलह दिसंबर 2013 का जब निर्भया की निर्भीक कोंख से जन्म हुआ था मीमांसा का. हम कभी दो थे, कल चार हुए और आज कई हैं. आने वाले कल में और भी होंगे. लड़ाई लड़ी जायेगी हर मोर्चे पर अपने गूंगेपन और अपने बहरेपन से. मुक्त करा जाएगा अपने आप को इस कुविचार से कि “हम लिख नहीं सकते, हम बोल नहीं सकते”. विचारों की लड़ाई के दौरान कई लोग मीमांसा से जुड़ेंगे और कई उसे छोड़ भी देंगे. लेकिन साथियों के आने में ना तो मीमांसा की जीत होगी और ना ही उनके चले जाने में हार! मीमांसा की जीत तो आगे बढ़ते रहने में है और हार घुटने टेक के रुक जाने में. मीमांसा जीता रहेगा और जीतता रहेगा तब तक जब तक आखिरी साथी अपनी आखरी कलम की आखिरी बूँद तक लिखेगा और अपने विचारों के प्रवाह को जारी रखेगा. और चूँकि विचार कभी नहीं मरते, मीमांसा को खत्म करना मुमकिन नहीं होगा. 


तो अब विचारों की इस लड़ाई में शामिल हो जाओ की वक़्त बुला रहा है. तुम चाहे कोई भी हो तुम्हारे कुछ विचार तो होंगे ? तुम अगर जिंदा हो तो लिखो अपनीं ज़िन्दगी को. बस इतना ही कहूँगा की मीमांसा को बस एक न्यूज़लेटर, ब्लॉग या फेसबुक का पेज मत समझना, यह एक आन्दोलन है अपनी खुद की चुप्पी के खिलाफ!



चाहे दिन का उजाला हो ना हो,
और हो ना हो सूरज की प्रचंड लालिमा!
रात के आसमान से छीन लेंगे दो टुकड़े कालिख के
और लिख देंगे बंजर ज़मीन पर कि ‘हम लिखेंगे’ !



विचारों का प्रवाह अमर रहे !
छात्र की मीमांसा अमर रहे  !

 




“हम लिखेंगे !”
"We Will Write!"



 

विशांक सिंह ‘एल गाज़ी’
सदस्य,
टीम मीमांसा


Contact- 09654751123
E-mail- vishanksingh1@gmail.com


 






 

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